भाजपा भायी नहीं, आआपा नेता के गले लगे, अब सर पर हाथ, आगे किस्मत का साथ
चंडीगढ़ ; 31 मार्च ; आरके शर्मा विक्रमा / एनके धीमान ;------ ये पब्लिक है सब जानती है। ...रोटी फिल्म के इस डायलॉग को पूरी तरह नकारने में सियासतदां मुक़्क़मल तौर पर कामयाब हैं ! राजनीति में कब कौन क्या कहाँ और क्यों कर बैठेगा ये भोली भाली वोटर पब्लिक कहाँ जान पायेगी ! कभी चंडीगढ़ के धुरंधर केबिनेट राज्यीय उड्ययन मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हरमोहन धवन ने भाजपा में अंदरूनी खींचतान और नजरअंदाजि के चलते पार्टी को अलविदा कहने से पहले भाजपा के धुरंधर स्टार प्रचारक रहे बालीबुड के शॉटगन और पूर्व केबिनेट मंत्री बीजेपी यशवंत सिन्हा को अपने निवास स्थान बुलाकर गले लगा कर भाजपा में भूचाल ला दिया था अटकलों के दौरों को राह दी थी ! हरमोहन धवन जैसे कदावर नेता जिसने भाजपा नेत्री और बालीबुड अभिनेत्री को जिताकर सांसद बनाया था ने भाजपा को अलविदा बोलै और आम आदमी पार्टी का ख़ास आदमी बने ! चंडीगढ़ में अब हरमोहन धवन आप की टिकट पर उम्मीदवार हैं और दूसरे पार्टी नेताओं को कड़ी टक्कर देंगे !
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी में मजबूरन खमोश रहने वाले शॉटगन अब कांग्रस आई में गरजेंगे और वो भी अपनी ही पूर्व पार्टी भाजपा के खिलाफ ! बकौल शत्रुघ्न सिन्हा आने वाली कल का भविष्य अब कांग्रेस के राहुल गाँधी के हाथों सुरक्षित है ! इक पत्रकार के सवाल के जवाब में शत्रु ने स्पष्ट किया कि अब राहुल गाँधी पहले से ज्यादा परिपक्क्व हुए हैं और अब उनका मजाक भी नहीं उड़ाया जाता है ! भारत को आजादी दिलाने में अहम रही कांग्रेस ने ही देश को नेहरू और पटेल सरीखे नेता दिए हैं ! कांग्रेस देश का भविष्य है सो उसको मौका दिया जाना चाहिए ! बता दें कि भाजपा में ही तृष्कार से आहत भाजपा के स्टार प्रचारक रहे देश के नामवर क्रिकेटर नवजोत सिंह सिंधु ने भी भाजपा को अलविदा मजबूरन बोला था और कांग्रेस में शामिल हुए थे ! आज पंजाब सरकार में केबिनेट मंत्री हैं और लोकसभा चुनावों में भाजपा को अपने जुमलों से धुनने को उत्सुक बैठे हैं ! उनकी धर्मपत्नी बीबी नवजोत कौर सिद्धू भी एमपी का चुनाव लड़ने के लिए कमर कसे हुए हैं ! वह चंडीगढ़ से अपना भाग्य आजमाने की कोशिश कर रही हैं ! नवजोत कौर सिद्धू को भी पंजाब में वही रुतबा हासिल है, जो पूर्व एमपी प्रो लक्ष्मी कांता चावला को है ! लक्ष्मी कांता चावला भी केबिनेट हेल्थ मिनिस्टर रहीं और नवजोत कौर सिद्धू ने भी यही महकमा संभाला था ! यशवंत सिन्हा शत्रुघन सिन्हा और हरमोहन धवन ने हाथ मिलाया था लेकिन आज सब अपनी 2 राह में अलग अलग हैं ! तिकड़ी ने ही कहा था कि भाजपा अब सिर्फ वन मैन शो और टू मेन आर्मी मात्र बन कर रह गई है ! वन मेन तो सब समझ गए पर दूसरा मेन है कौन {?}पब्लिक फिर नहीं समझ पा रही है ! पर किसी ने ये भी स्पष्ट किया कि ये इशारा भाजपा को शीर्ष पर लाने वाले अडवाणी जी और जोशी जी की ओर तो नहीं हैं वो तो खुद अब हाशिये पर हैं ! अब ये दूसरा मेन राजनाथ गडकरी और जेटली में से कोई एक है या फिर स्मृति ईरानी और सीतारमण और सुषमा स्वराज में कोई एक ही वह दूसरा है जिसको तिकड़ी ने टू मेन आर्मी में अहम मन है !
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