जिंदगी उसी का नाम जो आये किसी जरूरतमंद के काम

जिंदगी उसी का नाम जो आये किसी जरूरतमंद के काम,वर्ना  भले बेनाम 
चंडीगढ़; 01 नवम्बर ; आरके शर्मा विक्रमा ;-----पीपल वाली माता प्राचीन शिव मंदिर सामुदायिक केंद्र सेक्टर 11 पंचकूला के मूल संस्थापक धर्म प्रज्ञ पंडित राम कृष्ण शर्मा अक्सर कहते हैं कि  वस्तु आकर प्रकार में वृद्धि करती रहती है ! और ये जीवन मिटटी से बना मिटटी हो अजयेगा सो इसका भरपूर उपयोग दूसरों की मदद हेतु सेवा हेतु करें ! तभी तीन लोक का रास्ता सुधेरगा और जून भी बनेगी ! शायद ऐसे ही सार्थक और यथार्थी बातों का प्रभाव हरवीर मोनी पर भी पडा होगा ! तभी भरपूर कदकाठी वाला गवरू अपनी मौज मस्ती का परित्याग करके दूसरों की जिंदगियों को सही सेंध देने में रातदिन संघर्षरत है ! युवा पीढ़ी नशों से दूर रहे अच्छी आदतों का धनी बने और मांबाप का भी सहारा बनेरहे सो मोनी सब को भरपूर व्यायम करवाताहै ! उनके इस जिम में कोई भी युवा जो सही मायनों में कसरत करना चाहता हो अच्छी संगत में रहना चाहता हो शामिल हो सकता है !  
                                                                   जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दमोदर मोदी देश के प्रथम गृहमंत्री और भारत माता के सच्चे सपूत  लौहपुरुष सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में उनकी विश्व में सबसे ऊँची धातु प्रतिमा [ऊंचाई 183 मीटर्स] का अनावरण करके मना रहा था तब हरवीर सिंह ने अपनी जेब से रूपये खर्च करके अपने इलाके के स्कूल के गरीब और अभावग्रस्त जवीन जीते हुए स्कूल की पढ़ाई करने वाले सभी च्चों को कापियां और अन्य स्टेशनरी वितरित ! हरवीर मोनी का माननाहै जहाँ हमें कापियां और अन्य सामग्री बच्चों के हाथों पर रख बेशुमार ख़ुशी महसूस हो रही थी ठीक उस वक़्त हरवीर मोनी गांव के दयनीय हालत से रूबरू स्कूल केब्च्चों को पढ़ाई लिखे का सामान बाँट रहे थे! स्कूल कसारा स्टाफ और बच्चों के चेहरों पर साफ़ ख़ुशी झलकती देखि गई ! दया भाव, सेवाभाव जब किसी पर लुटाया जाता है तो भगवान तभी साथ ही अपना आशीर्वाद दानी दयालु  पर रेहमतें लुटाता है ! उनके इस काम में आगे सेउनकेसाठी जी जान  से जुटेंगे और जुड़ेंगे ! ये हरवीर मोनी ने बड़े इत्मीनान और आत्म सुकूं का आनंद लेते हुए शब्द बखान किये ! 
           

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