जिस्मानी भूख खून के रिश्तों पर भारी, मामा बना भांजी का शिकारी , केस हुआ दर्ज
चंडीगढ़/रोहतक : 18 सितमबर ; आरके शर्मा विक्रमा ;---- जिस्मानी भूख के आगे एक बार फिर इंसानी और खून के रिश्ते बौने साबित हुए ! जब एक मां के भाई ने ही अपनी भांजी की अस्मत लूट ली ! अब रोहतक जिले से एक ऐसा हैवानियत का मामला सामने आया है जहां एक गांव में 10 साल की एक बच्ची को रिश्ते में मामा लगने वाले इस शख्स ने अपनी हवस का शिकार बनाया| यह युवक लगभग 2 महिने इस हैवानियत को अंजाम दे रहा था|
जब परिवार के किसी सदस्य ने उसे ऐसा करते देखा तो इस मामले के बारे में पता चला| जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई| जिसके चलते रोहतक पुलिस और एफएसएल की टीम उस मासूम से बातचीत व जांच करने के लिए पहुंची| जब बच्ची से इसके बारे में पुछा गया तो बच्ची ने बताया आरोपी युवक लगभग 2 महिने से उसको डरा धमका कर रेप करता था|
वहीँ बच्ची के परिजनों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस का दावा है कि आरोपी को जल्द ही गिरफतार कर लिया जाएगा| बता दे कि 10 साल की यह मासूम बच्ची अपने ननिहाल में ही रहती है और यहीं पर स्कूल में पढ़ती है | आज कल लोग रिश्तों की अहमियत को भुलाकर हैवानियत का ऐसा गंदा खेल खेल रहे है कि हर रिश्ते से विश्वास उठता जा रहा है। साथ ही वहीँ इंसानियत भी शर्मशार हो रही है| हिन्द संग्राम परिषद की राष्ट्रीय प्रचार प्रभारी संतोष गुप्ता सीनियर जर्नलिस्ट ने सरकार और कानून के रखवारों से पुरजोर मांग की है कि दोषियों को सजा के नाम पर उम्रदकैद वाली नौटंकी अब पूरी तरह बंद की जाये ! दोषियों को जल्दी फैसला करते हुए फांसी दी जाये ! दड़वा गांव स्थित बाबा जौहर वीर गुग्गा जी माड़ी के सेवक बलवंत सिंह ने फ़रमाया कि जैसे मुस्लिम देशों में बलात्कारियों को उसी शाम या मात्र 24 घंटे में फांसी दी जाती है या ऐसे दोषियों कुकर्मियों के लिंग ही काट देने चाहिए ! ये कानून का पुलिस सहित व्यवस्थाओं का बेडा गर्क ही तो है कि नन्हीं बच्चियों को अपने सगे भी नहीं बख्श रहे है ! बेगानों की बात करना तो बेमानी होगी !
आज कल लोग रिश्तों की अहमियत को भुलाकर हैवानियत का ऐसा गंदा खेल खेल रहे है कि हर रिश्ते से विश्वास उठता जा रहा है। साथ ही वहीँ इंसानियत भी शर्मशार हो रही है|
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