मौसम के बदले तेवर ने कपड़े निकालने को किया मजबूर

मौसम के बदले तेवर ने कपड़े निकालने को किया मजबूर,ओले पड़े, सर्दी में चुभन बढ़ी  
चंडीगढ़ ; 24 जनवरी ; आरके शर्मा विक्रमा /गुलशन वर्मा ;------मौसम अपने तेवर रह रह कर बदलने की हठधर्मिता से बाज नहीं आ रहा है ! लोहड़ी के बाद सर्दी कोहड़ी [कड़ाके ]के जाने के बिगुलवादन से सब वाकिफ हैं ! और फिर मकरसंक्रांति के बाद सूर्य भी उत्तरायण होते हैं और मौसम में तपस का भास् शुरू होता है ! इसी के चलते भारी और गर्म वस्त्र इक प्रकार से हटा ही डाले थे ! लेकिन इन्दर देवता और फिर पवन देवता के उपहास ठिठोली के चलते मानस समाज को फिर से कपड़े [गर्म ] निकालने मजबूरी बन ही गई ! दो दिन इंद्र भी हाजिरी देते रहे सो पवन ने भी वेग दिखाया तो ठंडक बढ़ती गई और अब कड़ाके की सर्दी फिर पड़ने लगी ! शिमला से हमारे पत्रकार सुमेर शर्मा के मुताबिक कड़ाके की ठंडी हवा ने लोगों को घरों में कैद कर दिया और बर्फबारी होने से मौसम बिगड़ते देर नहीं लगी ! पारा ला नीचे पटका तो सूर्य को बादलों ने तो अपनी गोद में छुपा लिया ! 
                         
 चंडीगढ़ में खूब तो नहीं लेकिन वर्षा कम भी नहीं रही ! उधर, हरियाणा के कई जिलों में तो ओले और वो भी रिकॉर्ड तोड़ साइज के पड़ने से जनता हतप्रभ रह गई !
                        चारों और खूब तेज कड़ाके की ठंड है और आम जीवन को प्रभावित न किया ऐसा भी नहीं है ! दारू के ठेकों की सम्मत बढ़ती भीड़ बढ़ती कंपकपा देने वाली ठंड अपनी कहानी खुद कह रही है ! लोगों के मुताबिक हरियाणा में पहली मर्तबा संतरे के साइज के ओले पड़े हैं ! लुधियाना से अशोक कांडे के मुताबिक ऐसी ठड तो जनवरी में पहले कभी  नहीं महसूस हुई जो इस बार हाड तक कंपकपा रही है ! खुले आसमान तले जीवनयापन करने वाले आभाव में जीवन बसर कर रहे हैं ! सरकारी इंतजाम हैं जरूर पर हैं ऊंट के मुंह में जीरा ! जे एंड के से अजीत ठाकुर के अनुसार ठंड ने अपने तेवर दिखाए तो जन जीवन गहरे प्रभावित देखा जा रहा है ! जयपुर जोड़ पुर और जैसलमेर से हमारी रिपोर्टर एडवोकेट विनि शर्मा के मुताबिक ठंड अपने भरपूर यौवन पर जैसे डाब ही आई है पहले तो इसके खेल तमाशे ही हो रहे थे ! पारा लुढ़क चुका है ! मवेशियों तक का बुरा हाल है ! 
 अबोहर फाजिल्का से धर्मवीर शर्मा राजू के मुताबिक वर्ष 2017--18 की सर्दी अपनी छाप छोड़ कर जाएगी ! ठंड में मरने वालों के सरकारी आंकड़े आदि न ही वर्णित किये जाएँ तो ठीक रहेगा ! लोगो का घरों से बाहर निकलना तक दुश्वार हो चुका है ! दिल्ली में कुछ रोज पहले अच्छी खासी गर्मी के लिए दिल खोल के सूर्यदेव चमके ! लोगों ने खूब धुप सेंकी ! रोहिणी से रेखा और यहीं से दीपक भालेराव के मुताबिक इतनी सर्दी ने तो दिल्ली वासियों के मुंह तक भींच डाले ! स्कूली बच्चों की दयनीय स्वास्थ्य देख कर कलेजा मुंह को आता है ! केन्दीय शिक्षा मंत्री को मौसम सुधरने तक स्कूल के टाइम में  व्यापक फेरबदल करना चाहिए !  यहीं फिर अनुसरण बाकि की स्टेटस भी रखें !मुंबई से अरुण कौशिक के मुताबिक यहाँ मौसम मजेदार है ! सरदी क्या होती कोई मुंबई वासियों को ही बताये ! 

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