चंडीगढ़ /कुरुक्षेत्र : आरके शर्मा विक्रम / राकेश शर्मा/ अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;------ ज्ञान की देवी मां शारदा की प्रार्थना का पर्व बसंत पचंमी सोमवार स्थाणु तीर्थ स्थित श्री अद्वैत विज्ञान मठ दंडी आश्रम में भव्य ढंग से मनाया गया। जहाँ हवन यज्ञ कर माँ शारदा से ज्ञान देने व सबकी मति विमल करने की कामना की गई, वहीँ भंडारे में सैकड़ों लोगों ने प्रसाद पाया .श्रद्धालुओं ने ज्ञानदायिनी मां शारदा की अराधना की तथा कामना की कि हे मां, अब सबकी बुद्धि को निर्मल कर तथा ज्ञान का वर दे। कार्यक्रम में व्यवसायी एवं समाजसेवी जीत महाजन, बृजमोहन महाजन ने परिवार सहित यजमान के रूप में भाग लिया। आश्रम के संचालक श्री नारायण स्वरुप ब्रह्मचारी जी महाराज के मार्गदर्शन में सर्वप्रथम गणपति पूजन किया गया और उसके बाद ज्ञान की देवी वीणावादिनी मां सरस्वती की पूजा की गई। आश्रम में जहां भगवान गणेश के साथ मां के रिद्धि-सिद्धि रूप में विराजमान है, वहीं सत्यनारायाण मंदिर में हंसवाहिनी के रूप में। दोनों स्थानों पर लोगों ने पूरे श्रद्धाभाव से मां सरस्वती की अराधना की और ज्ञान का वर मांगा। मंदिर में या कुंदे दू तू सार हार धवला, या श्वेत पदमास्ना मंत्र गूंजे और अंब विमल मति दे के गीत भी गाए गए। सरस्वती पूजन के बाद हवन यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें अनेक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मंत्रोच्चारण के साथ प्राणी मात्र के मंगल की कामना की गई।नारायण स्वरुप ब्रह्मचारी जी महाराज ने बताया कि मां शारदा ज्ञान, विद्या व समस्त कलाओं को देने वाली हैं। उनकी पूजा से मनुष्य को सदबुद्धि व सदज्ञान प्राप्त होता है। मां सरस्वती की पूजा बसंत पंचमी पर करने का विशेष महत्व है।
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