शहर को शौचालयों की दरकार, अदिo कलाo करे पुकार ; प्रिंसीपल आर्टिस्ट "आभा "

शहर को शौचालयों  की दरकार, अदिo कलाo  करे पुकार ; प्रिंसीपल आर्टिस्ट "आभा " 
चंडीगढ़ ; 12 दिसम्बर :  सोहनी सिटी देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के सपनों का साकार स्वरूप सिटी  पीसफुल व् सिटी ऑफ़ ग्रीनरी आदि आदि नामों से नवाजा गया है ! इंडिया का पैरिस सिटी का दर्जा भी इसको  नसीब है ! लेकिन आजकल  शहर अनियमिताओं और अनियंत्रित व्यवस्थाओं के कारण अनेकों दूषणों का अड्डा बनता जा रहा है !शहर के सुंदरीकरण पर भले ही करोड़ों रूपये हर साल पानी की तरह बहाया जाता है ! हालाँकि आजकल शहर के कई हिस्से पानी को तरसते तड़पते रहते हैं ! पर शहर के दूसरे कोने में लोग बड़ी सवेरे ही पीने वाले पानी से अपनी गाड़ियां धोते देखे जाते हैं ! पकड़े जाने पर दो हजार रूपये तक का जुर्माना भी निर्धारित  है ! 
                         अपाहिज बेसहारा लड़कियों को उनके पैरों पर खड़ा करने  आर्ट एंड क्राफ्ट्स का निशुल्क हुनर प्रशिक्षण देने में निस्वार्थभाव से जुटी अदिति कलाकृति हब ऑफ़ हॉबीज की प्रिंसिपल आर्टिस्ट मोनिका शर्मा आभा ने प्रशासन व् समाजसेवी संस्थाओं सहित समर्थ घरानों और इन्डस्ट्रिलिस्टों से पुरजोर मांग की है कि शहर की सड़कों के किनारे लोगों को मजबूरन लघुशंका करते देखना आम बात है ! जोकि साधन और सौंदर्य के मुंह पर तमाचे तुल्य है ! ऐसी विकट  सोचनीय परिस्थितियों से निपटने के लिए मुख्य सड़कों व् सार्वजनिक पार्कों  आदि के किनारे जनाना और मर्दाना शौचालय बनांने में अपनी सार्थक भूमिका  निभाएं !  प्रिंसिपल आर्टिस्ट  मोनिका शर्मा आभा ने अदिति कलाकृति की ओर से सब जनाना  समाज के लिए इस मांग को और प्रमुखता से प्रशासन से साँझा करने के जल्दी ही मांगपत्र सौंपने की बात कही ! आभा  ने हैरत भरे अंदाज में कहा कि शर्म की बात है कि  पाश एरिया के सेक्टरों  सेक्टरों में भी लोगों खास कर महिलाओं और बुजुर्गों को मजबूरन लघुशंका के लिए खुले आसमां तले   यहाँ वहां खुद शर्मसार होते देखा जाता है ! प्रशासन अपनी अहम बुनियादी जिम्मेवारी  और जवाबदेही को आगाज करे !   

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