गणतंत्रता दिवस की ऐट होम से अनेकों पत्रकार रहेंगे वंचित

गणतंत्रता दिवस की ऐट होम से अनेकों पत्रकार रहेंगे वंचित
चंडीगढ़ ; 22 दिसम्बर ; अल्फ़ा न्यूज इंडिया ;--- स्वतंत्र भारत के विधान पालिका कार्यपालिका व् न्यायपालिका के अलावा चौथा और बुनियादी जरूरी स्तम्भ प्रेस को माना गया है ! हालाँकि बुनियादी तौर पर देश में प्रेस की स्थिति कितनी दमदार और शानदार है ये समूची दुनिया में जगजाहिर है ! ये भी कड़वा सच है कि वास्तव में इसके लिए प्रेस में कुकुरमुत्तों की भांति उमड़ पड़े पत्रकारों फोटोग्राफरों सम्पादकों आदि की कथित फ़ौज जिम्मेवार है ! पर सरकारी तंत्र इसके लिए जवाबदेह नहीं है ऐसा भी नहीं है !
          सोहनी सिटी चंडीगढ़   दो  प्रदेशों हरियाणा व् पंजाब की राजधानी है ! यहाँ के सरकारी और गैरसरकारी समारोहों की धूम कुछ अलग ही म्यार रखती है ! राष्ट्रीय स्तर सहित प्रशासन के हर कार्यक्रमों में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की मौजूदगी अनिवार्य रहती है ! प्रशासन और पब्लिक के बीच अहम कड़ी प्रेस ही तो है ! और प्रेस और प्रशासन के बीच अहम डोर का  जिम्मा लोक सम्पर्क विभाग के कंधों पर रहता है ! ये अलग बात है कि विभाग  और अख़बारों को चापलूसी के चलते अलग तरजीह देने को मजबूर अज्ञात कारणों से रहता है !
             वर्ष 2018 के गणतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य  गवर्नर द्वारा दिए जाने वाले एट होम  में इस मर्तबा अज्ञात कारणों से कुछेक पत्रकार ही शिरकत कर पाएंगे ! ये वो पत्रकार फोटोग्राफर्स होंगे जिनको


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