दिन में घुटीघूटी धुप,साँझ को तीखी हवा और रात को सिहरन

दिन में घुटीघूटी धुप,साँझ को तीखी हवा और  रात को सिहरन
चंडीगढ़ ; 26 नवम्बर ; आरके शर्मा विक्रमा /एनके धीमान ;-----चंडीगढ़ पत्थरों का शहर आजकल रंगबिरंगे मौसम से दो चार हो रहा है ! सवेरे ठंडक दोपहर को धुप और सांह ढलते ही हवा में तीखापन और रात को सिहरन बढ़ी ! आज रात को सिहरन बढ़ने से अधिकतर लोग अपने घरों को सम्मत आदतन वक़्त से पहले लौटने को मजबूर हुए ! पार्कों और बड़े मैदानों में अलाव जलते देखे जा रहे हैं ! रैग्स के गर्म कपड़ों के गठ्ठर  धुप सिंकवाते प्रवासी लोगों के समूह आने वाली सर्दी से निपटने के प्रयासों में जुटे दिखे ! चाय पकौड़ी सूप अंडे फिश आदि के ठेलों पर भीड़ साझ ढलते ही उमड़ती देखि गई ! अंडे की सेल में वृद्धि और कीमत में तेजी भी बनी रही ! फिश 200-250 रूपये  एकपाव [250 ग्राम] बिकती रही ! हालाँकि पिछली रात को उष्णता बनने से कई घरों में पंखें चलाने की मजबूरी कही जाती रही ! रविवार को दिन में धुप ने जैसे तैसे अपने पाँव पसारे रखे ! पर रात होते ही सिहरन पहाड़ों से उत्तरी और घरों में घुसी ! ठंडी हवा के झोंके भी रात की सिहरन बढ़ाने का सबब बनती रही ! खबर लिखे जाने तक घरों के बाहर धीमी गति से ठंडी बयार सिहरन और अकड़न लिए हैं !  

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