गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि गीता ज्ञान संस्थानम् में गीता शोध केन्द्र और गीता ग्रंथालय का निर्माण किया जाएगा। इस गीता शोध केन्द्र में पवित्र ग्रंथ गीता के एक-एक शब्द पर शोध किया जाएगा और गीता गं्रथालय में गीता से सम्बन्धित विश्व का सारा साहित्य उपलब्ध होगा। इस गीता स्थली कुरुक्षेत्र में गीता पर शोध करने वाले विश्वभर से शोधार्थी कुरुक्षेत्र में पहुंचेंगे। अहम पहलू यह है कि इन दोनों प्रोजैक्ट की आधारशिला 25 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रखेंगे। इतना ही नहीं शीघ्र ही स्वस्थ राजनीति समृद्ध राष्ट्र गीता का विमोचन भी किया जा रहा हैं।
गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद बुधवार को निर्माणाधीन गीता ज्ञान संस्थानम परिसर में पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र की समूचे विश्व में महाभारत की भूमि के रुप में पहचान हैं। लेकिन इस महाभारत की भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण ने युद्ध के दौरान गीता के उपदेश दिए। इस युद्ध में गीता उपदेशों के साथ कर्तव्यनिष्ठाा, प्रेम, शांति का शंखनाद हुआ, इसलिए कुरुक्षेत्र की गीतास्थली के रुप में पहचान बने इसके सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। इस पावन धरा पर 28 वर्षो से गीता जयंती समारोह का आयोजन किया जा रहा है और वर्तमान समय में गीता जयंती को अंतर्राष्ट्रीय महोत्सव का दर्जा देकर सराहनीय कदम उठाया हैं। उन्होंने कहा कि पवित्र गं्रथ गीता केवल पूजा की पोथी, मंदिर की शोभा और साधु संतों तक ही सीमित न रहे तथा हर क्षेत्र के लिए व्यावहारिक प्रेरणा बने इसके लिए मिलकर काम किया जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि आज करनाल जेल में 2300 बंदियों में से 1 हजार बंदी, हिसार जेल में 1200 में से 700 बंदी नियमित रुप से गीता पाठ कर रहे हैं। आज वर्तमान की सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण का समाधान भी गीता में निहित हैं। इतना ही नहीं राजनीति विषय को लेकर स्वस्थ राजनीति समृद्ध राष्ट गीता पर पुस्तक लिखी गई हैं और इसका विमोचन भी शीर्घ किया जा रहा हैं। इसके पश्चात व्यवसाय प्रबंधन, वरिष्ठ नागरिकों सहित अन्य क्षेत्रों को भी गीता से जोडक़र पुस्तक लिखी जाएगी। इसके अलावा स्कूलों में गीता विषय को पढ़ाया जाए इसपर भी फोकस किया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि 27 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में संत सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा हैं। देशभर के संत पवित्र गं्रथ गीता पर मंथन करेंगे। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय गीता सैमिनार मेें जहां 10 देशों के शोधार्थी और विषय विशेषज्ञ शोध पर चर्चा करेंगे वहीं संत जन गीता पर अपने विचार रखेंगे।
स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि 30 नवम्बर को अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के समापन समारोह के अवसर पर भारतीय समयानुसार दोपहर 12 बजे से लेकर 12 बजकर 15 मिनट तक गीतास्थली ज्योतिसर से 108 ब्राह्मण गीता पाठ शुरु करेंगे और थीम पार्क में 18 हजार विद्यार्थी एक साथ गीता पाठ का मनन करेंगे। इस दौरान विश्व के कोने-कोने पर भारतीय समयानुसार लोग 18 श£ोकी गीता पाठ करेंगे। कुरुक्षेत्र की धरा से गीता पाठ कर विश्व शांति के लिए प्रार्थना की जाएगी। उन्होंने एक प्रश्र का जवाब देते हुए कहा कि गीतास्थली ज्योतिसर में भगवान श्रीकृष्ण का विराट स्वरुप स्थापित किया जाएगा और श्रीकृष्ण सर्किट के तहत इस स्थल को विकसित किया जाएगा। इस मौके पर प्रधान हसंराज सिंगला, मदन मोहन छाबड़ा, पवन शर्मा, सतपाल सिंगला, मंगत राम ङ्क्षजदल, केके कौशल, रामकुमार शर्मा, विजय नरुला सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
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