अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भारत देश के साथ-साथ पूरे विश्व के 22 देश ग्लोबल चैंटिंग में भाग लेंगे। इसके साथ-साथ 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा गीता पाठ 30 नवम्बर को थीम पार्क में किया जाएगा। यह जानकारी उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने स्थानीय नीलकंठ यात्रि निवास में बंगलादेश से आए प्रशासनिक अधिकारियों को दी। उन्होंने कुरुक्षेत्र के आध्यत्मिक, पौराणिक और धार्मिक इतिहास के बारे में विस्तार से भी बताया।
उपायुक्त ने बगंलादेश से आए प्रशासनिक अधिकारी को पावर प्वाईंट प्रेजेटेंशन के माध्यम से कुरुक्षेत्र के 48 कोस में पडने वाले तीर्थ स्थलों के साथ-साथ प्रशासनिक कार्य शैली के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों के लिए सरकार द्वारा क्राफट व सरस मेले का आयोजन किया गया है,जिसमें 22 स्टेट के अवार्डी कलाकार अपनी हस्त कला के साथ-साथ विविध कलाओं का प्रदर्शन कर रहे है। ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर हर रोज महाआरती का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने जिला कुरुक्षेत्र के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 23 जनवरी 1973 में कुुरुक्षेत्र जिला बना था। इस पावन धरा को धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्रा के नाम से जाना जाता है, यही वह पावन धरा है जहां पर योगी राज भगवान श्री कृष्ण ने पवित्र ग्रंथ गीता का संदेश सम्पूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए दिया था। यह संदेश सार्वभौमिक व सार्वकालिक है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भागीदार देश मॉरिशस के कलाकारों द्वारा भी विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इसके अलावा स्टेट पवेलियन भी बनाएं जाएंगे, जिसमें महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तरप्रदेश तथा हरियाणा राज्य की संस्कृति को भी दर्शाया जाएगा। उपायुक्त ने नरकातारी,शेख चिल्ली के मकबरे, शक्तिकूप मॉ भद्रकाली, सरस्वती तीर्थ, अमीन,कृष्ण संग्रहालय, पनौरमा,ब्रह्मसरोवर,हर्ष का टीला, सहित कुरुक्षेत्र जिलें में स्थित सभी तीर्थो के बारे में विस्तारपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 48 कोस कुरुक्षेत्र तीर्थ की परिक्रमा के तहत कुरुक्षेत्र भूमि के प्रमुख तीर्थो के लिए बस सेवा चलाई गई है। जिसमें मात्र 50 रुपए किराए देकर15 तीर्थ स्थलों का भ्रमण किया जा सकता हैं।
उपायुक्त ने बगंलादेशी प्रशासनिक अधिकारियों को बताया कि कुरुक्षेत्र जिले की 394 ग्राम पंचायतों को खुले में शौचमुक्त किया जा चुका है। ठोस तरल कचरा प्रबंधन के लिए इस जिले को पायलैट योजना के तहत कचरे से कमाई के लिए चुना गया था,जिसमें इस जिलें में बेहतरीन काम किया। ग्रामीण परिवेश मेें कॉम्र सर्विस सैंटर की स्थापना की गई है, जिसमें ग्रामवासी अपने प्रशासनिक कार्य गांव में ही करवा रहे है। 340 ग्रामीण क्षेत्रों तथा 53 शहरी क्षेत्र में अटल सेवा केन्द्रों की स्थापना की गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 334 लाभार्थियों के मकान बनाएं जा चुके है। उन्होंने बताया कि पर्यावरण सरंंक्षण को बढ़ावा देने के लिए सांझी साईकिल योजना चलाई गई है। जिसके तहत मंगलवार को कार फ्री-डे घोषित किया गया है। कुुरुक्षेत्र जिलें में 419 जमाबंदिया आन लाईन की जा चुकी है। धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र की 48 कोस की परिधि में कैथल,करनाल,पानीपत तथा जींद जिला में कई तीर्थ स्थल आते है। उपायुक्त ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ 25 नवम्बर को देश के महामहिम राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोविंद जी करेंगे। उदघाटन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल महामहिम राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी सहित प्रदेश के मंत्रीगणभी उपस्थित रहेंगे। केडीबी सदस्य सौरव चौधरी ने बांग्ला भाषा में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव और कुरुक्षेत्र के इतिहास के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त धर्मबीर सिंह,एसडीएम वत्सव कौशिक,एसडीएम सतबीर कुंडू,सीटीएम कवंर सिंह,एचसीएस अधिकारी सतीश कुमार सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
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