अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले को लेकर हिन्दू धर्म संगठनों ने एनएच किये जाम
** पंजाब जम्मू कश्मीर राष्ट्रीय मार्ग को किया जाम
**पठानकोट जम्मू माधोपुर में जम्मू से आने वाले पुल पर रोकी गाड़ियां
** आधा घंटा रहा राष्ट्रीय मार्ग जाम,जनता हुई परेशान
** पंजाब पुलिस ने समझा बुझा कर खुलवा दिया जाम
चंडीगढ़ /पठानकोट ; 11 जुलाई ; आरके विक्रमा शर्मा /कंवल रंधावा ;-----आज पंजाब जम्मू सीमा माधोपुर पर उस समय गाड़ियों की लम्बी लम्बी कतारे लग गई, जब शिव सेना हिन्दोस्तान के कार्यकर्ताओं ने हिन्दू संगठनों के साथ मिल कर राष्ट्रीय मार्ग जाम कर दिया ! जो की करीब आधा घंटा तक बंद रहा ! सड़क पर वाहनों इनके ये प्रदर्शन करने के पीछे कारण था की बीती रात को जम्मू कश्मीर में अमरनाथ यात्रियों पर आतंकी हमला हुआ है उसको लेकर इनका रोष है कि जम्मू सरकार अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करे ! क्योंकि हर साल अमरनाथ यात्रियों पर कभी पथराव होते हैं ! तो कभी लंगर घरोँ को निशाना बनाया जाता रहा है ! और इस बार तो हद ही हो गई कि आतंकियों ने सीधा यात्रियों की बस पर ही हमला कर दिया ! राष्ट्रीय मार्ग का जाम देख मोके पर पहुंची पुलिस ने शिव सेना के कार्यकर्ताओं को समझा बुझा कर उनकी जम्मू कश्मीर पुलिस के उच्च अधिकारीयों के साथ मुलाक़ात करवाने का आश्वासन दिया ! जिसके बाद शिव सेना हिन्दोस्तान के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रिय मार्ग से जाम हटाया !
इस बारे में बात करते हुए प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हर साल अमरनाथ यात्रियों के साथ जम्मू कश्मीर में ऐसा ही होता है ! वहां की सरकार को चाहिए कि वह अमरनाथ यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करे ! अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले समय में हम जम्मू कश्मीर से किसी भी गाडी को पंजाब में दाखिल नहीं होने देंगे !
सतीश महाजन, चेयरमेन, पंजाब प्रदेश- शिव सेना हिन्दोस्तान ने जेएंडके गवर्नमेंट को चेताया कि हिन्दू और अन्य धर्म के करोड़ों आस्था वान इस अव्यवस्था असुरक्षित वातावरण से सभी हताश और परेशान ही नहीं बल्कि उग्र भी हैं !
चंडीगढ़ में धार्मिक संगठनों में अमरनाथ बाबा के मांगलिक दर्शन करने वाले गुजराती आस्थावानों की भरी बस पर
आतंकियों द्वारा अंधाधुंध फायरिंग के विरोध में स्वर खूब गर्मागर्म मुखर होने शुरू हो गए हैं ! सब की एक ही मांग है कि जब भारत माता के वीर जवानों पर पत्थर फेंकने वालों को मानवीय अधिकार संगठन के आधार पर दस लाख रूपये देने की घोषणा हुई पर भारतीय संस्कृति और धर्म पराकाष्ठा से जुड़े निहत्थे निर्दोष धर्म यात्रुओं पर फायरिंग से मरने वाले हर मृतक के परिवार को 50--50 लाख रूपये बतौर मुआबजा तुरंत प्रभाव से मुहैया करवाया जाये ! नहीं तो यहाँ वहां जोरशोर से धरने और उग्र प्रदर्शनों को लेकर जो भी घटित होगा तो उसकी हर प्रकार की जिम्मेवारी सरकार की ही होगी ! लानत तो ये है कि हिन्दू अपने ही देश में आतंकियों की गोलियों से कत्ल हो रहे हैं और केंद्र सहित स्टेट गवर्नमेंट मूक दर्शक बनी हुई है !
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