बस स्टैंड पर पानी को तरसते यात्री
जैसलमेर: 2 8 मई ; चदंरभान सोलंकी ;---- -ग्रामीण बस स्टेण्ड़ ड़ेड़ासंर जैसलमेर मे भारी अव्यवस्था हावी है जिसमें मुख्यतः पानी व्यवस्था नही है ! और बबूल के पेड़ ज्यादा लगे हुऐ है जिससे लोगो को परेशानी होती है चलने में !
ड़ेड़ासंर बस स्टेण्ड़ होते हुए भी यहाँ कोई भी साव॔जनिक प्याऊ अथवा पीने योग्य पानी की कोई व्यवस्था नही है जिसमें ग्रामीण यात्रीयों को पानी के सम्बन्ध प्रत्येक दिन मुसीबत का सामना करना पड़ता है तथा आने जाने वाले विभिन्न राहगीर भी इस मुसीबत से बचा नही पाते !
जैसलमेर का सबसे बड़ा ग्रामीण बस स्टेण्ड़ होते हुए भी प्रशासन द्वारा कोई ठोस पानी की व्यवस्था नही है जिससे आम यात्रीयो को पानी के लिए दर - दर भटकना पड़ता है ओर पानी पीने के लिये 15य 20 बोतल के देने पड़ते है !
- यकीन मानीये इतना बड़ा बस स्टेण्ड़ होते हुए भी प्रशासन द्वारा पानी की कोई व्यवस्था नही है पर हा एक पानी की टंकी 500Ltr. की किसी व्यक्ति विशेष द्वारा अपने इस्तर पर पहुचाई जाती है जिसमें प्रशासन का कोई नाता नही वो भी पानी की टंकी थोड़े समय बाद खाली हो जाती है
अतः आप सभी से निवेदन है कि इस पहल को आगे बढ़ाते हुए नेक काय॔ मे योगदान दे तथा जिला प्रशासन को इस के बारे में ठोस कदम उठाना चाहिऐ !
जैसलमेर: 2 8 मई ; चदंरभान सोलंकी ;---- -ग्रामीण बस स्टेण्ड़ ड़ेड़ासंर जैसलमेर मे भारी अव्यवस्था हावी है जिसमें मुख्यतः पानी व्यवस्था नही है ! और बबूल के पेड़ ज्यादा लगे हुऐ है जिससे लोगो को परेशानी होती है चलने में !
ड़ेड़ासंर बस स्टेण्ड़ होते हुए भी यहाँ कोई भी साव॔जनिक प्याऊ अथवा पीने योग्य पानी की कोई व्यवस्था नही है जिसमें ग्रामीण यात्रीयों को पानी के सम्बन्ध प्रत्येक दिन मुसीबत का सामना करना पड़ता है तथा आने जाने वाले विभिन्न राहगीर भी इस मुसीबत से बचा नही पाते !
जैसलमेर का सबसे बड़ा ग्रामीण बस स्टेण्ड़ होते हुए भी प्रशासन द्वारा कोई ठोस पानी की व्यवस्था नही है जिससे आम यात्रीयो को पानी के लिए दर - दर भटकना पड़ता है ओर पानी पीने के लिये 15य 20 बोतल के देने पड़ते है !
- यकीन मानीये इतना बड़ा बस स्टेण्ड़ होते हुए भी प्रशासन द्वारा पानी की कोई व्यवस्था नही है पर हा एक पानी की टंकी 500Ltr. की किसी व्यक्ति विशेष द्वारा अपने इस्तर पर पहुचाई जाती है जिसमें प्रशासन का कोई नाता नही वो भी पानी की टंकी थोड़े समय बाद खाली हो जाती है
अतः आप सभी से निवेदन है कि इस पहल को आगे बढ़ाते हुए नेक काय॔ मे योगदान दे तथा जिला प्रशासन को इस के बारे में ठोस कदम उठाना चाहिऐ !
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