मोहाली ; 27 मार्च ; (आरके विक्रमा शर्मा /नेहा गोयल ) ;------हर घर व परिवार में गुरमत जैसा वातावरण हो अर्थात हर विवाहित महिला अपने घर में अपने पति व सास-ससुर के साथ प्यार व सत्कार से रहे । घर में बुजुर्गो की सेवा को परम कर्तव्य समझे तथा अपने बच्चों के कोमल मनों में नफरत के बीज बोने की बजाए उनमें बचपन से ही प्यार, करूणा, दया, आदर-सत्कार जैसे मौलिक गुणों का समावेश करें ताकि वे बड़े होकर न केवल अपने माता-पिता की सेवा करें बल्कि समाज व देश के लिए भी एक आदर्श नागरिक बनें, ये उद्गार फेस 6 में स्थित सन्त निरंकारी सत्संग भवन में आयोजित संयोजक स्तरीय महिला निरंकारी सन्त समागम में उपस्थित श्रोताओं को संबोधित करते हुए महान विद्धवान प्रचारक डा0 विजय प्रभा जी ने व्यक्त किए । इस महिला समागम की सारी जिम्मेवारी महिलाओं ने ही निभाई तथा इसमें मोहाली के हर ऐरिए से और खरड, कुराली, मोरिंडा, सैदपुर, जीरकपुर से सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया ।
इससे पूर्व अनेकों महिलाओं वक्ताओं ने भी मानवीय गुणों अर्थात एकत्व, प्यार, नम्रता, सहनशीलता, आपसी भाईचारा को अपनाने के बारे में सत्गुरू माता सविंदर हरदेव जी महाराज के सन्देश को विभिन्न भाषाओं का सहारा लेते हुए गीत, कविता व स्पीच आदि के रूप में व्यक्त करते हुए बताया कि हम सब ने मेहनत के साथ आपने परिवार का पालन पोषण करने के साथ साथ गुरमत वाले गुण भी परिवार को देने हैं ।
इस अवसर पर निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के द्वारा दी गई शिक्षाओं का भी वर्णन किया गया और निरंकारी जगत माता बुद्धवन्ती जी, निरंकारी राजमाता जी के जीवन से भी प्रेरणा ली गई ।
डा0 प्रभा जी ने आगे कहा कि निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के द्वारा दी गई शिक्षाओं का ही प्रभाव है जो आज निरंकारी मिशन में प्रीत, प्यार, नम्रता से सारे संसार को एक सूत्र में बांधने का कार्य कर रहे हैं । जहां संसार जात-पात मजहबों के बन्धनों के कारण बंटा हुआ है वहां निरंकारी मिशन सारी मानवता को एक प्यार की डोर में बांधता है ।
मोहाली की सारी साध संगत की तरफ से डॉ. जे. के. चीमा जी अतिरिक्त जोनल इंचार्ज ने महान विद्धवान प्रचारक डा0 विजय प्रभा जी और आई हुई सब महिलाओं और महापुरूषो का स्वागत व धन्यवाद किया।
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