पठानकोट ; 28 फरवरी / कंवल रंधावा ;---- आजकल पाकिस्तानी सीमेंट भारत के उतरी क्षेत्र में पूरी तरह से छाया हुआ है। यह सीमेंट काफी सस्ता होने कारण लोगों के लिए खींच का केंद्र बना हुआ है खास तौर पर निर्माण ठेकेदारों के। भले ही पाकिस्तान में उक्त सीमेंट को नाकारते इसके बैग पर विशेष तौर पर प्रयोग करने पर मनाही अंकित किया गया है पर ब्लाक धारकलां में सरकारी कार्यों पर धड़ल्ले से चलता दिखाई दे रहा है। नीम पहाड़ी इलाका धारकलां में पड़ते गांव नारायणपुर हाड़ा मे अलग अलग सड़क के काम के चलते ठेकेदार की तरफ से नियमो को ताक पर रख घटिया मटीरिअल लगा करवाया जा रहा है काम जिसके चलते यहाँ काम की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा होता है वही मोके पर सरकारी कर्मचारी का ना होना वि संदहे के घेरे पर सवाल खड़े करता है इस काम को इतना जल्द किया जा रहा था जैसे की कोई इनकी गलती ना पकड़ ले जब हमारी टीम ने ठेकेदार की तरफ से करवाये जा रहे काम को अपने कैमरे मे कवर करना शुरू किया तो नारायणपुर हाड़ा गांव के लोग भी इस ठेकेदार व प्रशाशन के खिलाफ रोष जताते नजर आये उनको ऐसे लगा की जैसे सचमुच उनको इस घटिया काम के चलते कोई सुनने वाला है फ़ीर धीरे धीरे गांव के लोगो ने अपना रोष जताना शुरू कर दिया जब इस घटिया मटीरिअल लगाने के चलते काम कर रहे मिस्त्री से बात की गई तो वो उसने कहा की उसको मटीरिअल के बारे मे जानकारी नही है उसको जो मटीरिअल ठेकेदार की तरफ से मिलता है लगा देता है इस संभंध मे गांव के लोगो ने हमारी टीम से ठेकेदार व मंडीबोर्ड के प्रति रोष जताते हुए कहा की हमारा इलाका पिछड़ा होने के चलते सालो बाद हमारे गांव की सड़को को शहरो के साथ जोड़ने के लिए सरकार का अच्छा कदम है पर ठेकेदार की तरफ से इन सड़को को बनाने के लिए जो मटीरिअल लगाया जा रहा है वो बिल्कुल घटिया किस्म का है इस घटिया मटीरिअल के चलते हमने प्रशाशन से भी कई बार शिकायत भी की पर ठेकेदार वा प्रशाशन पर हमारी शिकायत का कोई असर नही हुआ जिसके चलते ठेकेदार अपनी मनमर्जी करता रहा और सरकार को चुना लगा चांदी कूटता रहा।
जब इस संभंध में पंजाब मंडी बोर्ड के जे ई वेद प्रकाश से बात की गई तो उन्होंने कहा की आप ने मामला मेरे ध्यान मे ला दिया है इसकी जाँच करेगे यहाँ यह बात भी बताते हुए नही रह सकते की इस सड़क को बनाने के लिए मंडीबोर्ड की तरफ से तारकोल {लुक वाली } सड़क बनाने का काम दिया गया था पर इस सड़क को पाकिस्तानी सीमेंट जो आई एस आई मार्क नही है लगा कर बना दिया गया जबकि तारकोल द्वारा सड़क बनने की लागत सीमेंट वाली सड़क से कही अधिक होती है जिससे साफ पता चलता है की काम के प्रति कही ना कही सरकार को चुना लगा ठेकेदार चांदी कूट रहा है।
Comments
Post a Comment