चंडीगढ़ /पंचकूला ; 25 फरवरी ; आरके शर्मा /मोनिका शर्मा /एनके धीमान ;-----भगवान शिव भोले की महशिवरात्री महापर्व के उपलक्ष्य में गाँव दरिया स्थित शर्मा फार्म हॉउस [नजदीक मौली जागरां रेलवे पुल]
में सालाना पूजन और अटूट भंडारे का आयोजन खूब धूमधाम से सम्पन्न हुआ ! इस बाबत अधिक जानकारी देते हुए आयोजक यशपाल शर्मा और राजनदेव शर्मा ने बताया कि भगवान शिवलिंग की स्थापना और मन्दिर निर्माण के समय से ही विधिविधान सम्मत शिवलिंग पूजन और आराधना आदि के बाद वार्षिक भंडारे का आयोजन शिव इच्छा तक करने की परम्परा का निर्वहन किया जा रहा है ! ये विशेष पूजन और भंडारा हमेशा महाशिवरात्री के अगले दिन ही क्यों के बारे में भंडारे में शिरकत करते हुए महिला पार्षद विजय लक्ष्मी शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्री के दिन को हर मन्दिर में विशाल भंडारों का आयोजन होता ही है ! लेकिन जो आस्थावान कई मजबूरियों के चलते महाशिवरात्रि का पूजन अर्चन और लंगर परशादी ग्रहण करने से वंचित रह जाते हैं उनको ही ध्यान में रख कर उक्त पूजन और भंडारे परशादी का आयोजन किया जाता है ! क्योंकि यहाँ आसपास रेलवे यार्ड और गाँव होने के चलते लेबर क्लास के लोग भी अपना पेट भर कर खूब श्रद्धा के साथ भंडारे का लुत्फ़ उठाते हैं ! भंडारे में शिव बाबा का प्रशाद हलवा और पूरी व् आलू चने सहित दूध भंग पांच मेवे का पेय विशेष तौर पर सैंकड़ों श्रद्धालओं के लिए अटूट बरताया जाता है !
इसी क्रम में पंचकूला के सेक्टर 11 स्थित पीपल वाली माता मन्दिर प्राचीन शिव मन्दिर के खुले प्रागण में शिव बाबा का सालाना भंडारा बड़ी श्रद्धा आस्था के साथ सम्पन्न हुआ ! भंडारे के बारे में पण्डित राम कृष्ण शर्मा और माता लक्ष्मी देवी शर्मा ने बताया कि मरहूम माता कलावती शर्मा [समाजसेविका] ने पंचकूला सिटी में भी दर्जनों पीपल के पौधे रोपित किये थे जोकि आज अनेकों सेक्टरों के पार्कों और चौक चौराहों पर बड़े बड़े पेड़ के रूप में देखे जा सकते हैं ! उक्त मन्दिर का निर्माण शिवलिंग की प्राणप्रतिष्ठा भी माता कलावती शर्मा ने करकमलों द्वारा हुई थी !
उसके बाद माता कलावती शर्मा के अथक प्रयासों से तात्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल ने सेक्टर 11 के सामुदायिक केंद्र के नींवपत्थर रखने के समारोह में तत्कालीन जिला पंचकूला की उपायुक्ता श्रीमती सरोज सिवाच से विशेष तौर पर कहकर मन्दिर हेतु स्थान उपलब्ध करवाने की कवायद पूर्ण करवाई थी ! तभी से आजतलक महाशिवरात्री का महापर्व पुरे देश की भांति यहाँ भी पुरे उत्साह श्रद्धा आस्थावत मनाया जाता है ! पण्डित रामकृष्ण शर्मा जी ने भगवान शनिदेव की अतुलनीय और अद्धभुत लोह प्रतिमा की प्राणप्रतिष्ठा माता कलावती शर्मा जिकी सद्प्रेरणा स्वरूप करवाई थी !
माता कलावती शर्मा की पूण्य तिथि और बरसी पर मन्दिर में सेवा प्रबन्ध करने वाली कमेटी और कलावती शर्मा का परिवारजन सांझे रूप से मेडिकल और आई चैकअप फ्री कैम्पस का आयोजन करते हैं ! आज भी प्राचीन शिवमंदिर के प्रांगण में सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने खीर आलूछोले और पूरियां का लंगर छका ! हिन्द संग्राम परिषद के युवा सहसंस्थापक वि. मो. शर्मा विक्रांत ने भी अपने परिवार सहित लंगर में सेवा की और कमेटी द्वारा किये जा रहे कार्यं की भूरी भूरी प्रशंसा की ! आज उक्त भव्य प्राचीन शिव मन्दिर [पीपल वाली माता] में अनेकों देव व् देवियों सहित शिवलिंग और बाबा शनिदेव की प्राण प्रतिष्ठित उपस्थिति सर्व कल्याण सुरक्षा शांति और समृद्धि की आशीष देती हैं !
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