---- मोदी का सच ----

            

 ---- मोदी का सच ----

मोदी जी भी देश बदलने की राह में गए निकल
उनकी राह में विपक्ष भी शतरंजी चालें  रहा चल !
गरीबो की आँखों में, ख़ुशी के आसुँ आ गए यार
अमीरो की आँखों में, ग़मो का दिखा बहता जल !
जो कल तक कहते थे, कब लायेगा काला धन
अब अपनी बात को, बदनसीब रहें क्यों बदल !
अभी नोट बंदी की जनाब ने, तो आसुँ निकले
क्या होगा जब छिन जायेगी, सम्पत्ति चलअंचल !
सूरतें हालात खराब हो गए अशोक के देश में
तू भी अन्दाजे बयाँ बदल के लिख कोई गजल ! 
सैंकड़ों खतरे मोदी जी, पर धूल चटाना सबको
चारों तरफ़ कातिल बन घूम रहे राजनीतिक दल ! 
खुदा करे ! कि तूफानों के माथे पर भी आये पसीना
जल के राख बन जाये, तुम्हारा दुश्मन भी इसी पल !!!
                              अशोक सपड़ा [ दिल्ली ]
प्रस्तोता ; अल्फा न्यूज इंडिया /नईदिल्ली डेस्क ! 

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