चंडीगढ़, 29 नवम्बर ; मोनिका शर्मा /करणशर्मा : सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज जी की कृपा से चंडीगढ़ के सैक्टर 45 में संत निरंकारी मिशन के सेवादल के केन्द्रीय अधिकारी श्री शुभकर्ण जी के ग्रह प्रवेश के अवसर पर निरंकारी संत समागम करवाया गया, जिसमें दिल्ली से संत निरंकारी मंडल के महासचिव श्री वी.डी.नागपाल जी विशेष तौर पर पहुंचे। उन्होंने प्रवचन करते हुए कहा कि इंसान के जीवन असली उद्देश्य इस निराकार प्रभु की जानकारी हासिल करना है, जोकि सतगुरु की शरण में जाकर हो सकती है।
उन्होंने आगे कहा कि इस निरंकार प्रभु की जानकारी हासिल करना गुरसिखी का पहला कदम माना जा सकता है तथा दूसरा व सबसे अहम कदम इस निरंकार प्रभु पर पूर्ण विश्वास करना होता है ओर विश्वास से ही गुरसिख की असल भक्ति शुरू होती है। जैसे-जैसे गुरुसिख का विश्वास सतगुरु व निराकार पर बढ़ता जाता है वैसे वैसे ही उसके जीवन में आनंद ही आनंद भरता जाता है। फिर गुरसिख जिस भी हालात में रहता है उसमें खुश रहता है, आनंद में रहता है। भावें सुख दे, भावें दुख दें मनणा भाणा सिखी है, जिस रंग रखे उस रंग रहना सेव कमाणा सिखी है।
उन्होंने कहा कि सतगुरु माता सविंदर हरदेव जी महाराज जी के वचनों को कर्म में डालने का समय है। अपने अहम को त्याग कर सभी के साथ प्यार, प्रेम व मधुर व्यवहार करें। मानव जीवन बहुत दुर्लभ है, इसका सद्उपयोग करे। मानवता को सुखी करने का संदेश दे रहे है, जिसको आगे से आगे फैलाना हम सभी का फर्ज है। अपने कर्मों द्वारा सतगुरु के संदेश को दुनिया तक पहुंचाना आज के समय की आवाज है। प्यार, निर्मता व सहनशीलता से युक्त जीवन अगर गुरसिख का जीवन होगा तो ही शांति व मानवता के मिशन का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जा सकता है।
इस अवसर पर चंडीगढ़ के जोनल इंचार्ज डा. बी. एस. चीमा जी, चंडीगढ़ के संयोजक श्री मोहिंदर सिंह जी और सेवादल के उपमुय संचालक श्री एच. एस. कोहली जी, आस्ट्रेलिया से आए संत निरंकारी मिशन के प्रचारक श्री डी0 के 0 तुली जी
तथा अनेकों गणमान्य सज्जण उपस्थित थे।
अंत में श्री शुभकर्ण जी ने आई साध संगत व गणमान्यों का धन्यवाद किया।
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