चंडीगढ़ ; अक्टूबर ; मोनिका शर्मा /एके धीमान ;----बच्चों का असली और पहला गुरु व् मार्गदर्शक उसके मातापिता ही होते हैं ! यहीं से उसके कोमल दिल दिमाग में संस्कार रोपित और पोषित किये जाने की प्रक्रिया शुरू होती है ! इसके बाद बच्चे के कर्म निष्ठां और लगन सहित समर्पित भावना से उसकी काबलियत की रुपरेखा का निर्धारण होता है और धीरे धीरे पुष्ट होती है ! ये सब एक साथ वृंदा राजनदेव शर्मा में देखकर गृह का वातावरण समझ आ सकता है ! वृंदा की माता पूजा शर्मा और पिता राजनदेव शर्मा शिक्षित और बच्चो के साथ साथ समाज व् भाईचारे के प्रति भी जिम्मेदार हैं ! वृंदा शर्मा कार्मल कान्वेंट स्कूल की सातवीं कक्षा में पढ़ती है ! शिक्षिता, सुशीला व् समर्पित गृहणी पूजा शर्मा वृंदा और उसकी छोटी बहिन दीहर कौशिक को हमेशा स्वच्छता सहित सदा सच बोलने सब का आदर करने सहित भूखे बेबस की मदद करने और सब धर्मों के प्रति नतमस्तक रहने की घुट्टी पिलाती रहती हैं ! तभी घर में प्रवेश करते ही आभास हो जाता है कि किसी आदर्श उच्च विचारों के धनी परिवार में आए हैं ! वृंदा को पढाई के साथ साथ खेल व् टीवी पर मनोरंजक ज्ञानवर्धक सामग्री लिए एपिसोड अच्छे लगते हैं ! सभी बीजी शेड्यूल से वक़्त निकाल कर संगीत के प्रति अपने रुझान को पूरा करने में जुट जाती है ! मधुरकंठी वृंदा गायन और हारमोनियम सहित गिटार पर अपनी पकड़ को मजबूत कर रही है ! रेडियो 98.3 एफएम द्वारा कार्मल कान्वेंट स्कूल में रेडियो मास्टर्स प्रतियोगिता आयोजित की गई ! तो वृंदा ने बेस्ट राइटिंग का सुपर राइटर अवार्ड प्राप्त किया ! प्रतियोगिता का विषय ट्रैफिक अनुशासन और स्वच्छ भारत पर राइटिंग और फिर एक्टिंग करना था ! वृंदा के लिए विषयगत रचना को सब और सराहना मिली ! सटीक लेखन करके उसने अपनी शब्दों पर मजबूत पकड़ भी प्रदर्शित की ! रेडियो जॉकी एसपी सिह और मुख्यातिथि एसपी चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ने वृंदा शर्मा को सुपर राइटर का अवार्ड देकर सम्मानित और प्रोत्साहित किया ! और वृंदा शर्मा से सभी प्रतिभागियों ने प्रेरणा भी ली ! आल इंडिया रेडियो चंडीगढ़ के पिंका पाजी उर्फ़ रमेश कपूर सुपर राइटर वृंदा शर्मा की विशेष उपलब्धि और गुणनिधि की सराहना की !
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